हसरतें हैं.. तारों को गिन कर, बालपन में लौट जाने की..! हसरतें हैं.. तारों को गिन कर, बालपन में लौट जाने की..!
बेटियाँ धान-सी होती हैं पक जाने पर जिन्हें कट जाना होता है जड़ से अपनी बेटियाँ धान-सी होती हैं पक जाने पर जिन्हें कट जाना होता है जड़ से अपनी
प्यार से लहराता ध्वज अपना ध्वज भारतीय ध्वज तिरंगा ध्वज है। प्यार से लहराता ध्वज अपना ध्वज भारतीय ध्वज तिरंगा ध्वज है।
तुम जब से गए हो घड़ी की सुई पर ठहरा हुआ है गुज़रता ही नहीं वो इक पल ! तुम जब से गए हो घड़ी की सुई पर ठहरा हुआ है गुज़रता ही नहीं वो इक पल !
महका-महका सा और जब धीमे से मैं गुनगुनाता हूँ तुम्हारा वो नाम महका-महका सा और जब धीमे से मैं गुनगुनाता हूँ तुम्हारा वो नाम
हवा भी रूख बदलकर आ जाती है उसकी ओर, उसकी महक से महक भी महकने लगती है... हवा भी रूख बदलकर आ जाती है उसकी ओर, उसकी महक से महक भी महकने लगती है...